उग्र राष्ट्रवाद का युग 1905-1909
The Era of Radical Nationalism UPSC in Hindi उग्र-राष्ट्रवाद का उदय उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम वर्षों विशेषतयाः 1890 के पश्चात भारत में उग्र-राष्ट्रवाद का उदय प्रारंभ हुआ तथा 1905 तक आते-आते इसने अपना पूर्ण स्वरूप धारण कर लिया। गोपाल कृष्ण गोखले उग्रवादी नहीं थे।* संवैधानिक आंदोलनों से भारतीयों का विश्वास उठ गया अतः संघर्ष द्वारा ... Read more
नरमपंथी कांग्रेस /कांग्रेस का प्रथम चरण 1885-1905
कांग्रेस के इस चरण (1885-1905) को उदारवादी चरण के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस चरण में आंदोलन का नेतृत्व मुख्यतयाः उदारवादी नेताओं के हाथों में रहा। इनमें दादा भाई नौरोजी, फिरोजशाह मेहता, दिनशा वाचा, डब्ल्यू.सी. बनर्जी, एस. एन. बनर्जी, रासबिहारी घोष, आर.सी. दत्त, बदरुद्दीन तैयबजी, गोपाल कृष्ण गोखले, पी.आर. नायडू, आनंद चालू ... Read more
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का जन्म
कांग्रेस के गठन से पूर्व देश में एक अखिल भारतीय संस्था के गठन की भूमिका तैयार हो चुकी थी। 19वीं शताब्दी के छठे दशक से ही राष्ट्रवादी राजनीतिक कार्यकर्ता एक अखिल भारतीय संगठन के निर्माण में प्रयासरत थे। किंतु इस विचार को मूर्त एवं व्यावहारिक रूप देने का श्रेय एक सेवानिवृत्त अंग्रेज अधिकारी ए.ओ. ह्यूम ... Read more
संविधान विकास के चरण Stages of Constitutional Development (1773-1950)
Regulating act 1773, Pits India Act 1784