दिल्ली दरबार (12 दिसंबर 1911) (तीसरा)
- दिल्ली में इंग्लैंड के सम्राट जॉर्ज फिफ्थ और क्वीन मैरी के स्वागत में इसका आयोजन हुआ।
- वायसराय -लॉर्ड हार्डिंग**

- इसी आयोजन में बंगाल विभाजन को रद्द किया गया तथा कोलकाता की जगह दिल्ली नई राजधानी बनाई गई।*
- इसी समय दिल्ली षड्यंत्र केस 23 दिसंबर 1912 रचा गया, जिसमें होल्डिंग अपने परिवार के साथ समारोह में जा रहा था उसी समय चांदनी चौक जुलूस में बम फेंका गया जिसमें वह घायल हो गया।
- यह रासबिहारी बोस और सचिन सान्याल के नेतृत्व में हुआ ।
प्रथम दिल्ली दरबार 18 77
- Lord lytton
- इसमें इंग्लैंड की क्वीन विक्टोरिया को भारत की सामग्री घोषित किया गया साथ ही केसर ए हिंद की उपाधि दी गई।
- इसी समय दक्षिण भारत में भयंकर अकाल पड़ा हजारों लोगों की जान गई तथा इस दरबार में बेशुमार धन की बर्बादी हुई।
द्वितीय दिल्ली दरबार 1903
- लॉर्ड कर्जन
- पहले से अधिक धन की बर्बादी हुई और इंग्लैंड के किंग एडवर्ड 7th की ताजपोशी हुई।