दिल्ली दरबार का आयोजन (Delhi Durbar) UPSC

दिल्ली दरबार अंग्रेजों द्वारा कोरोनेशन पार्क, दिल्ली, भारत में आयोजित एक विशाल सामूहिक सभा थी।यह भारत के सम्राट / साम्राज्ञी के उत्तराधिकारी बताने और ख़ुशी मनाने के लिए एक भारतीय शाही शैली में किया गया था।

प्रथम दिल्ली दरबार 1877

  • इसमें इंग्लैंड की Queen Victoria को भारत की सामग्री घोषित किया गया साथ ही केसर ए हिंद की उपाधि दी गई।
  • Lord Lytton
  • इसी समय दक्षिण भारत में भयंकर अकाल पड़ा हजारों लोगों की जान गई तथा इस दरबार में बेशुमार धन की बर्बादी हुई।

तीसरा दिल्ली दरबार (12 दिसंबर 1911)

  • दिल्ली में इंग्लैंड के सम्राट जॉर्ज फिफ्थ और क्वीन मैरी के स्वागत में इसका आयोजन हुआ।
  • वायसराय -लॉर्ड हार्डिंग**
lord Hardinge
Hardinge
  • इसी आयोजन में बंगाल विभाजन को रद्द किया गया तथा कोलकाता की जगह दिल्ली नई राजधानी बनाई गई।*
  • इसी समय (दिल्ली षड्यंत्र केस 23 दिसंबर 1912) रचा गया, जिसमें होल्डिंग अपने परिवार के साथ समारोह में जा रहा था उसी समय चांदनी चौक जुलूस में बम फेंका गया जिसमें वह घायल हो गया।
  • यह रासबिहारी बोस और सचिन सान्याल के नेतृत्व में हुआ ।

द्वितीय दिल्ली दरबार 1903

  • यह आयोजन लार्ड कर्जन के कार्यकाल में हुआ।
  • पहले से अधिक धन की बर्बादी हुई और इंग्लैंड के किंग एडवर्ड 7th की ताजपोशी हुई।

प्रथम दिल्ली दरबार का आयोजन कब हुआ?

1877

दूसरा दिल्ली दरबार का आयोजन कब हुआ?

1903

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